Mohnish katiyar
Tuesday, January 3, 2012
जिंदगी जीना सीख लिया
अब हमने भी लोगों को परखना सीख लिया,
वादा करके बड़ी होशयारी से मुकरना सीख लिया,
चहरे बदलने लगा हूँ मैं भी, दिन में कई बार,
मैंने भी अब अकड़ कर अब चलना सीख लिया,
मुझसे पूंछा करते है लोग अक्सर,
कब से ये तुमने "मनु" रंग बदलना सीख लिया.......मोहनिश...!
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