कल जब बारिश हुई थी......
बहुत सुहाना हो गया था मौसम......
काले बादलों ने तपते सूरज को ढक लिया था,
और एक मद्धम सी रौशनी के साथ
हर तरफ अपनी छाया फैला दी थी....
जैसे ही नन्ही-नन्ही बूंदों ने आँगन को भिगोना शुरू किया....
तभी एक सौंधी सी खुशबू सभी तरफ फ़ैल गई...
और प्रकृति के सोंदर्य का अहसास करवा दिया.....
कुछ ही देर में बारिश तेज हुई और बड़ी-बड़ी बूंदों ने,
जमीन पर इकठ्ठा होकर बहना शुरू कर दिया.....
जिसे जिस तरफ ढलान मिली वो बह चलीं.......
रिमझिम-रिमझिम बारिश धीरे-धीरे कम होने लगी थी....
और बादल भी सूरज को आजाद कर रहे थे अपनी गति से...
तभी एक तरफ नजर आया एक....... इन्द्रधनुष..........
जो सभी सात रंग लिए था अपने में....
और हमें सीख दे रहा था हल हाल में साथ रहने की..........मोहनिश......!!
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